भारतीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर की छह दिवशीय दक्षिण अमेरिकी देशों की यात्रा।
हाल ही में भारत के विदेशमंत्री डॉ एस जयशंकर south American country के दौरे पर गए थे जहाँ ब्राजील पराग्वे अर्जेंटीना देश की दौरा शामिल था।
पहले जयशंकर ब्राजील में रुके जहाँ उनकी भव्य स्वागत हुआ ब्राजील के राष्ट्रपति से जयशंकर की मुलाकात हुई ,द्विपक्षीय संबंधों को और बेहतर करने की बात की गई, जैसा कि हम जानते ब्राजील एक महत्वपूर्ण देश है, जो BRICS का भी हिस्सा है
उसके बाद जयशंकर पराग्वे गए वहां भी रास्ट्रपति से मुलाकात हुई तथा अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर बात चीत हुई,
पराग्वे के बाद पराग्वे के दक्षिण में इश्तित अर्जेंटीना गए जो एक महत्वपूर्ण और Success visit रही, अर्जेंटीना भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण राष्ट्र है ,4 करोड़ की आबादी वाला यह देश , घरेलू मुद्रा में व्यापार करने की बात आगे बढ़ा रहा है।
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Dr S Jaishankar meeting with argentina FM : source ANI |
जिस प्रकार Dollar अपने 20 वर्षों के सबसे उच्चतम अस्तर पर पहुच चुका है, इश्लिये भारत अर्जेंटीना जैसे देश एक व्यापर के दूसरी माध्यम तलास कर रहे जिसमे local Currency में व्यापार सबसे बेजतर विकल्प सामने आया है, अर्जेंटीना ने इसके लिए process भी सुरु कर दीये जिसके अंतर्गत भविस्य में India - Argentina के बीच Local Currency Rupee - peso में trade कर पाए।
इसके अलावा अर्जेंटीना ने यह भी कहा है को हम लोग भारत द्वारा निर्मित अत्यधुनिक fighter jet Tejas भविस्य में खरीदने हमारी योजना है। यह सभी महत्वपूर्ण साकारात्मक घटनाएं विदेश मंत्री Dr S jayshankar की दौरान हुआ है।
इसके आगे देखे तो हर तरफ से भारत - अर्जेंटीना को समर्थन किया है, सामान्यतः जब आप अर्जेंटीना के बारे में सोचते है तो मस्तिष्क में football , messy, meradona, आता है, लेकिन लेकिन इसके अलावा और भी बहुत कुछ जैसे लिथियम, मिलिट्री सेल्स ,खनिज ,trade का बहुत जयदा potential है
वही अर्जेंटीना को लंबे समय से तलाश है एक बेहतर फाइटर जेट को क्योकि, जितनी अर्जेंटीना नौसेना को Squardern की आवश्यक है उसके आधे से भी कम बच रहा है , लेकिन सबसे बड़ी प्रश्न यह था कि, अर्जेंटीना फाइटर जेट खरीदेगा किससेह, अगर ये लोग F16 नही खरीद सकते क्योंकि अमेरिका यह जेट बेचेगा नही क्योकि अर्जेंटीना को क्योकि Argentina - का सबन्ध United1 kingdom के साथ बहुत खराब है, और ये रूस का कोई fighter jet खरीद नही सकते क्योंकि, अमेरिका व अन्य देश रूस पर प्रतिबंध लगा हुआ है,
अगर चीन के JF17 thunder की बात करे तो इसमें Quality को लेकर बहुत बड़ी संदेह और प्रश्न बना हुआ है जो अभी तक सुलझा नही है, चीन- पाकिस्तान द्वारा निर्मित JF17 thunder fighter jet पर खुद चीन- पाकिस्तान भी भरोसा नही करते, इश्लिये चीन इससे use नही करता वही पाकिस्तान अमेरिकी fighter jet F16 पर जयदा भरोसा करता है, JF17 का युपयोग समारोह में प्रदर्शन तक ही सीमित रह है।
इश्लिये घूर फिर कर एक ही बेहतर और सबसे सस्ता गुणवत्ता युक्त option बचता है और वो भारती द्वारा निर्मित LCH Tejas fighter jet है, इश्लिये आर्जेंटीना के अधिकारियों ने Tejas को लेकर काफी उत्साहित है अधिकारियों ने कहा हम बहुत interested है Tejas fighter jet में भविस्य में इस पर हमलोग एक अंतिम निर्णय लेंगे।
इश्लिये हो सकता आने वाले समय मे HAL को Million's of Dollars या Billions of Dollars का contract मिल जाय अर्जेंटीना के तरफ से, Tejas fighter jet को लेकर पिछले कुछ महीनों में Australia, Egypt, Indonesia , Philippines, Malaysia आदि देशों ने खरीदने के लिए अपनी दिलचस्पी दिखाई है औऱ Malaysia इस दौड़ में सबसे आगे है, tejas fighter Jet अन्य के मुकाबले काफी सस्ता है ,Quality को लेकर किसी को कोई शिकायत नही है,
अर्जेंटीना भारतीय fighter जेट खरीदेगा, इसका एक और कारण है Local Currency में trade का है, तो payment में भी अर्जेंटीना को सहूलियत होगी।
वर्तमान में India - Argentina के मध्य द्विपक्षीय व्यापार 5-6 billions Dollar का है जो Local Currency के इस्तेमाल से एक Spike Boom आएगी व्यापार में।
Argentina की मुद्रा peso है और भारतीय मुद्रा rupaya। 10 भारतीय रुपया बराबर 17.27 अर्जेंटीना peso है, जिस प्रकार Dollar रुद्र रूप धारण किये हुए है जिस तरह से इसकी value बढ़ रही है, भारत जैसे अन्य देशों के लिए यह एक आर्थिक चिंता का विषय बना हुआ है, 20 वर्षों में सबसे उच्चतम अस्तर पर पहुच चुका है dollar , इश्लिये लगभग सभी देश अपनी Forex Reserve को बचा कर रखने का प्रयास कर रहे है, Local Currency के व्यापार से भारत व अर्जेंटीना दोनो देशों की विदेशी मुद्रा बचेंगी।
जिस दिन Argentine और भारत payment का यह Macadamize develop कर लिया तो उसके बाद दोनो देशों के मध्य trade में अचानक उछाल देखने को मिलने वाला है क्योकि आने वाले समय मे भारत बड़े अस्तर पर लीथियम खरीदेगा अर्जेंटीना से
वही अर्जेंटीना भारत से चाहता है कि उसे अपने Global Ambitions को पूरा करने में मदद करे, बता दु की, अर्जेंटीना लंबे समय से BRICS का हिस्सा बनने के कोशिश कर रहा है, वही भारत ने भी argentina.के लिए BRICS का दरवाजा खोल दिया है, भारत भी चाहता है अर्जेंटीना BRICS संगठन का सदस्य बन जाय
Malvinas islands
अर्जेंटीना चाहता है कि Malvinas islands पर भारत का समर्थन मिले, वही भारत ने भी यहां खुलकर Malvinas islands पर अर्जेंटीना का पक्ष का समर्थन किया है, Argentina जिसको Malvinas islands कहता है उसे United Kingdom , Falkland Islands कहता है, औऱ लंबे समय से इस पर कब्जा किये हुए है, इस द्वीप को लेकर अर्जेंटीना व UK के बीच लंबे समय से तनातनी चल रही है, ऐतिहासिक रूप से यह द्वीप अर्जेंटीना का रहा है लेकिन 19th Century से इसको कब्जाए हुए है इस islands को लेकर 1982-83 में एक युद्ध भी हो चुका है।
इश्लिये जब जयशंकर Argentina गए तो उन्होंने खास Malvinas नाम लेकर कहा कि इस विवाद को शांति से बैठकर सुलझा जांना चाहिए
निष्कर्ष
कुल मिलाकर डॉ एस जयशंकर का यह सफलतापूर्ण दौरा रहा, भविस्य में इसके सुखद परिणाम व्यापक रूप में देखने को मिलेगा।
धन्यवाद।।
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