JUNE 2023 NTA ,UGC NET SHIFT 1 PAPER 2 History Questions And answers with Explanation
Question 1:- "A women cannot acquit herself well as a ruler for she is essentially deficient in intellect." The above comment is made by:
"कोई महिला एक शासिका के रूप में अपने कर्तव्य का निर्वहन नहीं कर सकती है क्योंकि उसमें बौद्धिक रूप से पर्याप्त रूप में न्यूनता (कमी) पायी जाती है" उपरोक्त टिप्पाणी किस के द्वारा की गयी है?
(a) Ziauddin Barani/जियाउद्दीन बरनी
(b) Ibn Battuta/इब्न बतूता
(c) Isami/इसामी
(d) Minhaj-us-Siraj /मिन्हाज-उस-सिराज
--- व्याख्या Explanation
Ans. (c) इसामी ने दिल्ली सल्तनत की प्रथम व अंतिम महित्य सुल्तान रजिया (जलॉलात उद-दिन-रजिया) के बारे में लिखा है कि वह महिला एक शासक के रूप में अपने दायित्व का भलीभांति निर्वाह नहीं कर सकती थी क्योंकि मूलभूत रूप से उसमें बुद्धि सम्पन्नता की कमी है। रजिया सुल्तान को सिंहासन पर बैठने के बजाय चरखा सम्भालना चाहिए था।
Question 2 :- Which of the following statements is/are true? निम्नलिखित में से कौन सा से कथन सही हैं?
A. Like Europe, the nobility in Mughal India was a legal category. यूरोप की तरह मुगलकालीन भारत में अभिजात वर्ग एक विविध कोटि थी।
B. The Mughal nobles were not involved in the task of administration at the higher level. मुगल अभिजात वर्ग उच्च स्तरीय प्रशासन के कार्यों में शामिल नहीं थे।
C. Between 1595 and 1656-57, the composition of the Mughal nobility also changed. वर्ष 1595 और 1656-57 के मध्य मुगल अभिजात वर्ग के संघटन में भी परिवर्तन हुआ।
D. The social distinctions between the Iranis, Turanis, and the Shaikhzadas nobles disappeared. इरानियों, तूरानियों और शेखजादे अभिजात वर्गों के मध्य सामाजिक पृथक्करण समाप्त हो गया था।
E. The nobles whose ancestors had been in the Mughal imperial services for more than a generation were called khanazads. वे अभिजात वर्ग जिनके पूर्वज पीढ़ियों से मुगल शाही सेवा में थे, उन्हें खानजादा कहा जाता था।
Choose the most appropriate answer from the option given below :
नीचे दिग गये विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर का चयन कीजिए :
(a) Conly /केवल C
(b) C and E only /केवल C और E
(c) A and B only / केवल A और B
(d) C, D and E only / केवल C, D और E
--- व्याख्या -Explanation
Ans. (b) : यूरोप के समान मुगल कालीन भारत में अभिजात वर्ग एक विविध कोटि अर्थात एक कानूनी श्रेणी नहीं थी। मुगल अभिजात वर्ग उच्च स्तर पर सरकार के कार्यों में शामिल थे। मुगल साम्राज्य के सुदृढ़ीकरण के साथ ही इनकी संरचना और संख्या में बदलाव आने लगा था। 1595 ई. से 1656-67 ई. तक अभिजात वर्गों के संघटन में परिवर्तन आने लगा था जैसे उच्च मनसबदारों की संख्या 25 पर स्थिर रही किन्तु मध्यम मनसबदारों (500/1000 से 2500 तक) की संख्या 98 से दोगुनी से भी अधिक होकर 225 हो गई। ईरानियों, तूरानियों तथा शेखजादों (भारतीय मुस्लिम एवं राजपूत कुलीन वर्ग) जैसे अभिजात वर्गों के मध्य सामाजिक पृथक्करण बढ़ने लगा था। औरंगजेब के शासन काल में ईरानी और तूरानी जैसे अभिजात वर्ग सबसे बड़े समूह बने रहे। मुगल मनसबदार के उत्तराधिकारी एवं सम्बन्धियों को अर्थात वे अभिजात वर्ग जिनके पूर्वज पीढ़ियों से मुगल शाही सेवा में थे, उन्हें 'खानजादा' कहा जाता था।
यह 2023 के june में हुई UGC NET के प्रश्न -उतर एवं इसकी विस्तृत व्याख्या है।
यह प्रश्न काफी महत्वपूर्ण है
धन्यवाद---
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