Best Ancient Indian History Books Review for UGC -NET-JRF
मैं इस लेख में कोई हवा हवाई वाली बात नही करूंगा। क्योकि अफवाहो का बाजार है। जब बात इतिहास की पुस्तकों की आती है, तो हमलोग अपना निर्णय YOUTUBE से GOOGLE से करते है ,मेरी बात मानो तो पुस्तक लेने से पहले उसके बारे में कुछ कमियां के बारे में सबसे पहले जान लो। क्योंकि अच्छाइयां बताने के लिए तारीफें करने के लिए कोई योग्यता की आवश्यकता नही होती।
लेकिन कमियां तभी आप निकाल पाएंगे जब उस पुस्तक को पढ़ेंगे समझेंगे ,अन्य पुस्तको से तुलना करेंगे फिर कुछ कमियां अथवा अच्छाइयां का पता लगेगा।।
UPSC, PCS के विद्यार्थियों ने चार पांच पुस्तको को ही इतिहास का सम्पूर्ण अध्याय बना दिया है। जबकि वास्तविकता उससे थोड़ा हट कर है।
बिपिन चन्द्र ,
सतीश चन्द्र
राम शरण शर्मा।
राजीव अहीर का स्पेक्ट्रम
इनकी पुस्तक हर UPSC एवं PCS विद्यार्थियों के टेबल पर मिल ही जाती है।।
मुझे यह भेड़ चाल जैसा प्रतीत होता है। क्योकि थोड़ा बहुत मेंस परीक्षा के अलावा प्रिलिम्स के लिए कुछ खास नही है। चुकी प्रिलिम्स में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते है, इश्लिये इन पुस्तकों में तथ्यात्मक सामाग्री बहुत कम मात्रा में है थ्योरी भी है तो बहुत कम मात्रा में। इश्लिये इनकी पुस्तक पर पूरी तरह निर्भर रहना मूर्खता होगा। । क्योकि यह परीक्षा के नजरिये नही बनाया हुआ है। यह इतिहासकार का इतिहास है ,जो उनके शोध एवं विचार है। हॉ राजीव अहीर का स्पेक्ट्रम विद्यार्थियों के हित में है प्रतियोगी परीक्षा हित मे है।
बैरहाल.
हमारा ध्यान NET JRF के लिए प्राचीन भारत के इतिहास की सबसे बेहतरीन पुस्तको के बारे में आपको बताना।। इतिहास की यह पांच पुस्तक आपके समक्ष रखेंगे, जो आपके प्रतियोगी परीक्षा के लिए सबसे बेहतरीन पुस्तक
होगी।
UGC-NET JRF के लिए प्राचीन भारत के सबसे बेहतर इतिहास के पुस्तक)
1. के सी श्रीवास्तव
2. उपिंदर सिंह
3. पप्पू सिंह प्रजापत
4. सौरभ चौबे
5. राम शरण शर्मा
सबसे पहले के सी श्रीवास्तव की ( प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति) पुस्तक के बारे में बात करेंगे।
1. के सी श्रीवास्तव की ( प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति)
यह पुस्तक किस Exam के लिए खास रहेगी । इसके क्या खूबियां है क्या कमियां है सब कुछ बात करेंगे।।
पुस्तक का नाम -प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति) पु
लेखक - के सी श्रीवास्तव
संस्करण - 2019-20
कुल पेजों की संख्या - 950
,
ये पुस्तक आपको नॉर्मल पुस्तक की तरह दिलचस्प लगेगी क्योकि इसमें थ्योरी या कहे कहानी के माध्यम से इतिहास को एक सुर में। बताया गया है। जो उबाऊ नही लग्गेगा। इसमें सबकुच दे रखा लग्भग सभी विषयों को ठीक से cover किया गया है।
950 पेज को यह पुस्तक मोटा हो जाता है, अगर इसके physical overview के बात करू तो इसके पेज की क्वालिटी average है, पुस्तक की प्रिटिंग भी average ही है। क्योकि बहुत tight कर दिया है, दोनो लाइन के बीच का space इस पुस्तक की बाइंडिंग काफी week है बार बार पेज निकल जाती है।
इस पुस्तक में मुख्य चीजों को point out नही किया मिलेगा । एक कहानी के स्वरुप में पूरा इतिहास बताने का प्रयत्न किया गया है।
इस पुस्तक कुछ खास चीजों पर नजर डाले तो इस पुस्तक में Map (मानचित्र) दिया हुआ है, जिसे याद करने समझने में विद्यार्थियो को आसानी हो जाती है।
UPSC PCS अन्य EXAM के लिए बेहतर है , इसमें कुछ कुछ छूट जाता है तो JRF के लिए 60% युपयोगी है।। क्योकि JRF के लिए हर एक पॉइंट को कवर करना जरूरी है, लेकिन हॉ इसको थींक से पढते है तो निकाल भी सकते है।
इस पुस्तक को 10 में से 8.5 की रेटिंग दूँगा
8.5/10
3 प्राचीन भारत का नवीन सर्वेक्षण। पाषाण काल से 1200 ईस्वी तक
लेखक का परिचय :- पप्पू सिंह प्रजापत
पता :- राजस्थान
शिक्षा:- M.A, B.ed ,(इतिहास)
5 time RPSC & UGC Topper
पुस्तक के बारे में :-
पुस्तक में कुल पेजों की संख्या :- 950
संस्करण :- द्वितीय संस्करण
मूल्य :- ₹ 615
पुस्तक बाइंडिंग : औसत
पेज की गुणवत्ता :- औसत
इस पुस्तक को मैं कई बार पढ़ चुका हूं, यह ज्ञान के अथाह सागर से समान है।। सायद ही ऐसा कोई तथ्य -आंकड़ा होगा जो इशमे न हो। लेखक महोदय एक ही जगह सारा कुछ देने का पूर्ण प्रयत्न किया है। दस किताबो की सामग्री एक पुस्तक में आपको मिल जाएगी।
इस पुस्तक को जब आप पढ़ेंगे तो रिधम, अथवा एक फ्लो नही बना पाओगे। क्योकि इशमे दुनिया भर की आंकड़ा तथ्य तारीख दिया हुआ है विभिन्न किताबो की सामग्री इसी में सम्मिलित है।। इसको पढ़ना थोड़ा कठिन है।। क्योकि ये कहानी के माध्यम से आपको समझा नही पायेगा।।
अगर आपको लगता है कि मुझे तथ्य एवं आकड़ो से प्रेम है तो यह पुस्तक आपके लिए ही बनी है। क्योंकि यह सर्वसम्पन्न पुस्तक है, कई किताबो के अध्ययन कर उसके तथ्यों को एक जगह लाया गया है, 12वी सदी तक कि चीजों को बेहतर ढंग से कवर करता है, दिक्कत बस यही है कि यह फ्लो रिधम बनाये नही रखता जैसे फ्लो बनने लगेंगे , अचानक किसी इतिहासकार, का कोट्स मिल जाएगा, इस वजह से विषय पर फ्लो मेंटेन नही हो पाता।
अगर आप JRF अथवा कोई भी प्रिलिम्स EXAM को क्रैक करना चाहते है, 95% प्रश्न इसी पुस्तक से मिल जाएगी। चुकी पप्पू सिंह प्रजापत महोदय, खुद लेखक एवं इतिहास विद्यार्थी रह चुके है, NET एवं RPSC का टॉपर रह चुके हैं। तो विद्यार्थियों के नजरिये से यह पुस्तक महत्वपूर्ण हो जाती है।
इस पुस्तक की कुछ कमियां भी है जो बताना जरूरी है।
इस पुस्तक का जो पेज है वो औसत है और इसकी बाइंडिंग उतनी बेहतर नही है जितनी होनी चहिए था। font size ठीक है, पिछली संस्करण से काफी बेहतर है पुस्तक त्रुटियां न के बराबर मिलेगी।। सबसे बड़ी दिक्कत है दो या तीन बार इस्तेमाल करने के बाद से ही पुस्तक से पेज निकलने लगते है । मैप का युपयोग तो किया गया है लेकिन वो छोटे आकार के है, K. C श्रीवास्तव में इससे थोड़ा बड़ा है
यही इसकी कुछ कमियां है,
चुकी शिधा प्रश्न बनते है इस पुस्तक से अतः कुल मिलाकर यह पुस्तक विद्यार्थियों के हित मे है जो सीधे प्रश्न बनाते है।
इस पुस्तक को मैं 9/10
4. प्राचीन एवं पूर्व मध्यकालीन भारत का इतिहास। पाषाण काल से 12वी शताब्दी तक
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upinder singh - प्राचीन एवं पूर्व मध्यकालीन भारत का इतिहास :magadhIAS |
लेखक : उपिंदर सिंह (doughter of manmohan singh, former prime minister ) और दिल्ली विश्वविद्यालय में अध्यापन का कार्य करते है।
शिक्षा :- phd, Historian,...
पुस्तकों की कुल पेज :- 728
इस यह पुस्तक को जैसे ही हाथ मे पकड़ेंगे, यह अहसास हो जाएगा ,अभी तक के सबसे बेहतरीन पुस्तल है, बनावट की दृष्टि से, क्योकि पेज की क्वालिटी, फॉन्ट, बाइंडिंग काफी बेहतर है, पप्पू सिंह प्रजापत हो अथवा K C श्रीवास्तव, सौरभ चौबे हो राम शरण शर्मा हो इन सभी के पुस्तको से बेहतर क्वालिटी इनकी (उपिंदर सिंह) की पुस्तल में है, रंगीन map का युपयोग किया गया है, font size भी बेहतर है।
यह पुस्तक हिंदी अनुवादित है, अक्सर देखते है कि आंग्रेजी से हिंदी में जब अनुवाद होता है तो शब्द काफी कठिन लगते है, उतने बेहतर ढंग से नही हो पाता, लेकिन इस पुस्तक में काफी बेहतर ढंग से हिंदी में अनुवादित किया गया।
अभी तक मैं केवल पुस्तक की physical overview की बात किया है जो काफी बेहतर है।।
लेकिन हम विद्यार्थी है, हमे पुस्तक की बनावट चिकनाहट से जयदा मत्तलब पुस्तक की कंटेंट से मत्तलब सामग्री से मत्तलब है विषय से मत्तलब है।
चुकी उपिंदर सिंह एक इतिहासकार के रूप में जाने जाते है, इश्लिये इतिहासकारो की पुस्तक से आप ,परीक्षा में आने वाली वस्तुनिष्ठ प्रश्न शिधा बने यह उम्मीद करना नाइंसाफी होगी। जैसे राम शरण शर्मा,बिपिन चन्द्र की पुस्तक है आसान भासा में। बेहतर ढंग से एक कहानी के रूप में उसी प्रकार यह भी पुस्तक है।
इतिहासकारो की पुस्तक की सबसे बड़ी खासियत यह होती कि, तथ्य आंकड़े गलत नही होते। क्योकि यह उनके खुद शोध एवं अध्ययन के आधार पर होते है।
बाकी अन्य लेखक सभी जगह से सामग्री उठा कर copy pest करने का कार्य करते है। सौरभ चौबे की पुस्तक में त्रुटियां काफी मात्रा में मिल जाएगा।
यह पुस्तक इस तरह का नही है जिसे शिधा MCQ बने, जैसे NET, JRF कर लिए वस्तुनिष्ठ प्रश्न बने ऐसा पुस्तक नही है।। पप्पू सिंह प्रजापत जैसी तथ्य आकड़ो की नही मिलेंगे।
अगर आप UPSC के इतिहास Optional विद्यार्थि है तो सबसे बेहतर पुस्तक है आपके लिए।। या फिर इतिहास के शौकीनों के लिए यह सबसे बेहतर पुस्तक है। पेज, फॉन्ट,बाइंडिंग, मानचित्र, इस पुस्तक को काफी बेहतर बना देता हैं।
इस पुस्तक को मैं 10 में से 8.5 की रेटिंग दूँगा।
8.5/10
निष्कर्ष:conclution
इन पांच पुस्तकों में से प्रत्येक प्राचीन भारत के इतिहास का एक मूल्यवान स्रोत है। प्रत्येक पुस्तक की अपनी अनूठी विशेषताएं हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने आवश्यकताओं और शैली के लिए सबसे उपयुक्त पुस्तक का चयन करें।
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magadhIAS Always welcome your useful and effective suggestions