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भारतीय मूल के सिंगापुर के निवासी टी. राजा कुमार FATF के नए प्रमुख का कार्यभार संभाला।

अगले दो वर्ष तक टी राजा FATF के प्रमुख के तौर पर कार्यभार संभालेंगे।

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Raja kumar starts as FATF president today 
photo..ANI

पेरिस ( फ्रांस)  इस्थित FATF (Financial Action Task Force)  के अध्यक्ष के रूप में टी .राजा कुमार ने शुक्रवार को FATF एजेंसी के प्रमुख के रूप में अपना काम सुरु किया।

शुक्रवार को FATF के Twitter account से यह जानकारी दी गई थी।


FATF एक global watchdog (निगरानी)  संस्था है  जो mony laundering and Terrorist financing  से निपटने का कार्य करता है, टी राजा कुमार एक अनुभवी प्रशाशनिक अधिकारी भी रह चुके है, राजा के पास समृद्ध नेतृत्व और संचालन का अनुभव है, सिंगापुर में ग्रह मंत्रालय में तथा police force में लगभग 35 वर्षों  से अधिक का अनुभव है,   वर्तमान समय मे सिंगापुर सरकार के ग्रह मंत्रालय के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में कार्यरत है


About FATF (Financial action task force )

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FATF, Logo 

FATF की स्थापना वर्ष 1989 में हुई थी, यह एक अंतर सरकारी निकाय  (inter- governmental body ) की तरह कार्य करता है।

● FATF Purpose का उद्देश्य :- 

money laundering  , terrorists financing ,जैसे खतरों से निपटने और international financial system की सुरक्षा  के लिए अन्य कानूनी  विनियामक और परिचालन उपायों के  प्रभावी ढंग से बढ़ावा देना।

अगर कोई देश आतंकी वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग से लिप्त पाया जाता है तो FATF उस देश को ग्रे लिस्ट या ब्लैक लिस्ट में डालता है।

 .. Grey List or Black List  

 FATF जब किसी देश को grey List में डालता है, इसका मतलब वो देश आतंकी को वित्तपोषण कर रहा है पैसे दे रहा है ,  मनी लॉन्ड्रिंग कर रहा है,

Grey List में शामिल देश, को तरह तरह की शमस्या होती है, वैश्विक पटल पर देश की छवि धूमिल होती है, इन्वेस्टमेंट न  के बराबर आती है, अंतरास्ट्रीय संस्थाए loan देने से कतराती है।


FATF अगर किसी देश को Black List में डालता है, इसका अर्थ है, वो देश बड़े पैमाने पर आतंकी वित्तपोषण कर रहा है मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त है, FATF के कहने के बाद भी वो  देश लागातार वित्तपोषण कर रहा है।,  

Black List में शामिल देशों  की अर्थव्यवस्था, लगभग  बर्बाद ही हो जाती है, अंतरास्ट्रीय संस्थाएं उस देश पर  जल्दी विस्वास नही करती, अंतरास्ट्रीय संस्थानों से Loan मिलने में समश्या आती है,  उस देश मे निवेश करना कोई नही चाहता, वैश्विक पटल पर उस देश की छवि धूमिल हो जाती है।


वर्तमान में FATF में भारत सहित 37 सदस्य देश और 2 क्षेत्रीय संगठन शामिल है भारत 2010 में FATF के सदस्य बना था।

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