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लोक सभा के संबंध में बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्न‍ top 50 polity question in hindi UPSC,PCS

लोकसभा संसद के महत्वपूर्ण अंग है,जिसे निम्न सदन भी कहते है, इसे लोकप्रिय सदन भी कहते है, संसद में लोकसभा का एक अलग महत्व है,

इन्ही विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, मैं इस Article के माध्यम से लोकसभा से स्वन्धित बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्नों का उतर देने की प्रयत्न करूंगा,   यह Exam Point of You से भी महत्वपूर्ण होगा।
जैसे:/
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लोकसभा और उसके इतिहास के बारे में महत्वपूर्ण प्रश्न

 लोकसभा के संरचना के बारे में प्रश्न

लोक सभा के सदस्यों के बारे में प्रश्न

लोक सभा की भूमिका तथा कार्य सबन्धी प्रश्न

आदि आदि.....


प्रश्न.1 .  17वी लोकसभा ।के संसद सदस्यों की सँख्या ?

उतर :- 542

प्रश्न.2. महिला संसद सदस्यों की संख्या

उतर. 78

प्रश्न. 3.  17वी लोक सभा के सबसे Young सांसद

उतर. चंद्राणी मुर्मू। (age 25)

प्रश्न. 4.  17वी लोकसभा के सबसे बुजुर्ग सांसद

उतर.  डॉ शफीकुर रहमान बर्क (age 86)

 

प्रश्न.5. लोकसभा से सबंधित अनुच्छेद(Article)

उतर. Article 81

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लोकसभा और उसके इतिहास के बारे में

प्रश्न.6. लोकसभा( House of people) का सर्वप्रथम गठन कब हुआ था?

उतर:- 25 अक्टूबर 1951 से लेकर  21 फरवरी 1952 तक पहले आम चुनाव के पश्चात 17 अप्रैल 1952 को सर्वप्रथम लोकसभा का गठन हुआ था।


प्रश्न.7. लोकसभा का प्रथम सत्र कब आयोजित हुआ?

उतर. लोकसभा का प्रथम सत्र 13 मई 1952 को आरंभ हुआ।


प्रश्न.8. लोकसभा को लोकप्रिय चैंबर क्यों कहा  जाता है?

उतर. वयस्क मताधिकार के  आधार पर प्रत्यक्ष निर्वाचन द्वारा चुने गए,प्रतिनिधि लोकसभा के सदस्य होते है,  इसलिए इसे लोकप्रिय चैंबर कहते है

प्रश्न.8.लोकसभा का प्रथम अध्यक्ष कौन था।

उतर. श्री जी वी मावलंकर लोकसभा के प्रथम अध्यक्ष थे। (15 मई 1952- 27 फरवरी 1956)

प्रश्न.9. लोकसभा का प्रथम उपाध्यक्ष कौन थे?

उतर. श्री एम अनंतषयनम अयंगर,(30 मई 1952-  7 मार्च 1956)


लोकसभा की संरचना के बारे में प्रश्न.....


प्रश्न.10. सविधानं में यथानिर्धारित लोकसभा की सदस्य संख्या कितनी है?

उतर. सविधानं के अनुसार लोकसभा में राज्यो के क्षेत्रीय निर्वाचन क्षेत्र में प्रत्यक्ष चुनाव द्वारा चुने गए, 530 सदस्य,  संघ राज्य क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए 20 से अनधिक सदस्य (अनुच्छेद 81) और आंग्ल भारतीय का संसद ने समुचित प्रतिनिधित्व नही होने पर राष्ट्रपति द्वारा 2 आंग्ल भारतीय की मनोनीत (Article 33)


प्रश्न. 11. लोकसभा का कार्यकाल कितनां होता है

उतर.  लोकसभा का सामान्य कार्यकाल 5 वर्ष का होता है,  लेकिन अगर राष्ट्रपति चाहे तो पहले भी विघटित किया जा सकता है,   लेकिन सविधान के (Article 352)  के अनुसार आपातकाल के प्रभावी होने की अवधि के दौरान स्वयं संसद द्वारा पारित अधिनियम द्वारा सामान्य कार्यकाल को बढ़ाया जा सकता है, इस अवधि को एक बार एक वर्ष से अधिक नही बढाया, जा  सकता है,

इस अवधि कक एक एक मे एक वर्ष से अधिक नही बढ़ाया जा सकता है,और किसी भी प्रकार प्रख्यान के समापन की अवधि से छह से अधिक नही बढ़ाया जा सकता है,


प्रश्न.12. लोकसभा की गणपूर्ति क्या है,,

सभा की बैठक के लिए न्यूनतम सदस्यों की संख्या गणपूर्ति कहलाती है, कुल सदस्य संख्या के  कम से कम 1/10 सदस्य लोकसभा की गणपूर्ति के लिए आवश्यक है


लोकसभा के अधिकारियों के बारे में प्रश्न:----

प्रश्न.13. लोकसभा का पीठासीन अधिकारी कौन होता है ?

उतर. लोकसभा में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पीठासीन अधिकारी है।


प्रश्न.14.  अध्यक्ष के पद का कार्यकाल कितनां होता है,

उतर. लोकसभा अध्यक्ष अपने निर्वाचन की तारीख से जिस संसद में वह निर्वाचीत हुआ था, उसके विघटन के बाद, जब अगली लोकसभा की प्रथम बैठक तक पद धारण करता है।

प्रश्न.15. लोकसभा का पीठासीन अधिकारी कौन है?

उतर.-  लोकसभा में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पीठासीन अधिकारी है।


प्रश्न .16.  जब लोकसभा अध्यक्ष सभा की बैठक में अनुपस्थित होते है तो लोकसभा में कौन पीठासीन होता है?

उतर. जब लोकसभा अध्यक्ष  सभा की बैठक से अनुपस्थित होते है तो लोकसभा के उपाध्यक्ष लोकसभा के पीठासीन होते है,

प्रश्न. 20. जब लोकसभा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनो के पद रिक्त हो तो लोकसभा की  अध्यक्षता कौन करेेगा?

उतर.  जब अध्यक्ष  और उपाध्यक्ष दोनो पद रिक्त हो तो, राष्ट्रपति लोकसभा के किसी सदस्य को यह कार्य निर्वहन करने हेतु नियुक्त करते है,   इस प्रकार नियुक्त वेक्ति सामयिक अध्यक्ष के रूप में जाना जाता है।


प्रश्न.21. लोकसभा के सदस्य होने के लिए क्या योग्यताएं है?

उतर. लोकसभा सदस्यों होने के लिए किसी वेक्ति को भारत का नागरिक होना चाहिए,  तथा 25  वर्ष से कम आयु का नही होने चाहिएं,  तथा अन्य  शर्तो का उल्लेख भारतीय सविधानं अनुच्छेद 84 में है


प्रश्न.22.  क्या अध्यक्ष को मत देने का अधिकार है?

उतर. जब दोनो पक्षों की वोट संख्या बराबर हो जाय तो ऐसी इश्थिति में लोकसभा अध्यक्ष अपनी निर्णायक मत देते है,

प्रश्न. 23. एक वर्ष में लोकसभा में कितने सत्र होते है?

सामन्यतः एक वर्ष ।के लोकसभा के तीन सत्र आयोजित किए जाते है,   अर्थात

बजट सत्र।          ---> फरवरी- मई

मानसून सत्र        ---> जुलाई - अगस्त

शीतकालीन सत्र   ---> नवम्बर दिसम्बर


प्रश्न. 24 .लोक सभा के कौन-कौन से सदस्‍य अपने प्रथम कार्यकाल में ही सभा के अध्‍यक्ष बने?


अध्यक्ष का नाम                                            अवधि‍    लोक सभा

श्री गणेश वासुदेव मावलंकर                 15.5.1952 से 27.2.1956    प्रथम

श्री एम. अनन्तोसयनम अयंगार       08.3.1956 से 10.5.1957    प्रथम*

श्री नीलम संजीव रेड्डी                         17.3.1967 से 19.7.1969    चौथी

डा. गुरूदयाल सिंह ढिल्ल5                 8.8.1969 से 19.3.1971       चौथी**

श्री कावदूर सदानन्दू हेगडे            21.7.1977 से 21.8.1980    छठी

डा. बलराम जाखड़                       22.1.1980 से 15.1.1985    सातवीं

श्री मनोहर जोशी                                 10.5.2002 से 2.6.2004       तेरहवीं

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** तत्‍कालीन अध्‍यक्ष डा. नीलम संजीव रेड्डी द्वारा राष्‍ट्रपति‍ चुनाव लड़ने के लि‍ए इस्‍तीफा देने के फलस्‍वरूप अगस्‍त, 1969 को डा. जी. एस. ढि‍ल्‍लन सर्वसम्‍मति ‍से लोक सभा के अध्‍यक्ष नि‍वाचि‍त हुएश्री एम. ए. अय्यंगर तत्‍कालीन अध्‍यक्षश्री जी. वी. मावलंकर के अचानक देहावासन के कारण पहली लोक सभा के अध्‍यक्ष बने।


लोकसभा की भूमिका तथा कार्य सबन्धी प्रश्न।।

प्रश्न.25. धन  धन विधेयक से स्वन्धित लोकसभा की शक्तियां क्या है?

उतर. धन विधेयक धन विधयकों तभी समझ जाएगा उसमे यदि केवल निम्नलिखित सभी या किन्ही विषयों से स्वन्धित अर्थात,  (क) किसी कर का अधिरोपण ,उत्सादन ,परिहार या विनियमन;  (ख) भारत सरकार द्वारा धन उधार लेने का या कोई प्रत्याभूति देने का विनियमन अथवा भारत सरकार द्वारा अपने ऊपर ली गई या ली जाने वाली किन्ही वित्तिय बाध्यताओं से सबंधित


प्रश्न.26. लोकसभा और राज्यसभा के बीच किस प्रकार के विधायी सबन्ध है?

उतर. विधायी मामले में ,अगर धन विधेयक को छोड़ दिया जाय तो  दोनो सदनों की सक्तिया लगभग बराबर होती है,दोनो सदनों क मुख्य काम कानूनों को पारित करने का है,  चुकी हम सब जानते है, कोई भी विधयेक को कानून का रूप लेने से पहले दोनो सदनों द्वारा उसे पारित किया जाना बहुत जरूरी होता है,  उसके बाद राष्ट्रपति की  हस्ताक्षर होनी आवश्यक है,

धन विधयक के मामले में,लोक सभा के पास अधिक शक्तियां होती है,  धन विधयक को राज्यसभा में लटकाया नही जा सकता, वरना उसे पारित मान लिया जाता है, यदि इन्हें 14 दिन के अंदर लोकसभा को वापस नही भेजा जाता।


प्रश्न. 27. क्या दोनो सदनों के बीच कोई गतिरोध संभव है?

हा बिल्कुल, धन विधयक को अलग अपवाद मान लिया जाय तो,  दोनो सदनों के बीच। गतिरिध उतपन्न होती है,   उदारहण:: एक सदन द्वारा पारित विधयक, को दूसरे सदन अस्वीकार कर देता,  या उस विधयक पर असहमति हो,  अथवा दोनो सदन किसी विधयक में किये गए संसोधन में अंततः असहमत हो,   या फिर एक सदन द्वारा पास किये विधयक जब दूसरे सदन के पास गया तो, छह महीने से जयदा समय लगा दिया हो,  ऐसी इश्थिति में दोनो सदनों के बीच गतिरोध उतपन्न होता है।


प्रश्न .28. दोनो सदनों के बीच गतिरोध को दूर करने के लिए क्या प्रक्रिया अपनायी जाती है?

उतर. इस गतिरोध को दूर करने के लिए सविधानं के अनुच्छेद 108 के द्वारा सयुक्त बैठक का प्रावधान है,


प्रश्न .29.अभी तक दोनो सदनों की कुल कितनी सयुक्त बैठक हुई है?

उतर.  अब तक दोनो सदनों की कुल तीन बार सयुक्त बैठक हुई है, 6 और 9 मई 1961 में दहेज निषेध विधयक  को लेकर संसद का सयुक्त अधिवेशन बुलाया गया था,

बैंकिंग सर्विस कमीशन रिपिल( निरसन) विधयक 1977 को राज्यसभा द्वारा अस्वीकार किये जाने पर। 16 मई 1978 को सयुक्त अधिवेशन बुलाया गया।

तीसरी सयुक्त अधिवेशन, लोकसभा द्वारा पारित और  और फिर राज्यसभा द्वारा अस्वीकृत करने पर,  prevention of terrorism ordinance ( poto) के स्थान पर prevention of terrorism bill 2002 पर विचार करने के प्रस्ताव के सबन्ध मे 26 मार्च 2002 को सयुक्त अधिवेशन बुलाई गई थी।


प्रश्न.30. दोनो सदनों की सयुक्त बैठक की अध्यक्षता कौन करता है?

उतर. लोकसभा अध्यक्ष दोनो सदनों की सयुक्त बैठक की अध्यक्षता करते है, अनुच्छेद 118(4) में यह उल्लेखित है।


प्रश्न .31. लोकसभा का, स्थगन, सत्रावसान और विघटन क्या होती है?

स्थगन का अर्थ होता है, इस  सभा की बैठक को समाप्त करना, और 

अगली बैठक के लिये निश्चित समय  पर पुनः, प्रारम्भ होती है,

सत्रावसान :- इसका उल्लेख  85(2) (क) के अंर्तगत राष्ट्रपति के द्वारा जब आदेश देते है और सत्र की समाप्त  हो जाती है।

विघटन--  विघटन का अर्थ है, सविधानं के अनुच्छेद  85(2) (क) अंतर्गत ही होता है,   विघटन आम तौर पर  मन्त्रिपरिषद के सलाह पर ही राष्ट्रपति करते है,   जब नई लोकसभा का गठन होता है और उसका 5 वर्ष पूरा हो जाता है ,लोकसभा का जीवन कार्य समाप्त हो जाता है,  सारा लंबित कार्य जो लोकसभा के  समक्ष  होते है सभी समाप्त हो जाते है,  लेकिन राज्यसभा स्थायी सदन होने के नाते जो बिल राज्यसभा में लाई गई वो कुछ समय के लिए लंबित रहते, लेकिन समाप्त नही होते


प्रश्न .32.लोकसभा की गठन कब कब हुआ,

magadhias
loksabha election and session : magadhias





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